
हिंदूवादी संगठन ने किया पहल का स्वागत
भोपाल। मध्य प्रदेश में लंबे समय से सत्ता से बाहर रही कांग्रेस अब कुछ ऐसा करने जा रही है जिन्हें सालों तक BJP और संघ ने अपनी पहचान बनाया. प्रभात फेरी, श्रमदान और गौ सेवा जैसे कार्यक्रमों के जरिए कांग्रेस जनता से जुड़ने की योजना बना रही है और इसके लिए जिला अध्यक्षों को इस अभियान में सक्रिय भूमिका देने पर विचार किया जा रहा है ताकि गांव-गांव और शहर-शहर कांग्रेस की मौजूदगी मजबूत की जा सके.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव बरोलिया का कहना है कि यह अभियान राहुल गांधी की महत्वाकांक्षी ‘संगठन सृजन अभियान’ का हिस्सा है. महात्मा गांधी के समय से ‘रघुपति राघव राजा राम’ के नारों के साथ प्रभात फेरी निकालने की परंपरा रही है. गाय-बछड़ा कांग्रेस का चुनाव चिन्ह भी रहा है. यह अभियान दिखावा नहीं है.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस शुरू से सेवा कार्यों में विश्वास रखती आई है और इसे नए स्वरूप में फिर से अपनाया जा रहा है. महात्मा गांधी ने प्रभात फेरियों के ज़रिए लोगों को जोड़ा और देश को आज़ाद करवाया ऐसे. गौ-सेवा पर बीजेपी अपना कॉपीराइट समझती है जबकि इसी एमपी में जहां 20 साल से उनकी सरकार है न जाने कितनी ही गाय बेमौत मारी गई हैं और लाखों आज भी बारिश के दौरान सड़कों और हाइवे पर आकर बैठती हैं. जबकि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने 1 हजार गौशालाएं बनाने की शुरुआत की थी.
हालांकि, भाजपा ने कांग्रेस के इस अभियान को लेकर कड़ा विरोध जताया है. एमपी के कैबिनेट मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह महज चुनावी नाटक है. उन्होंने राहुल गांधी पर भी आरोप लगाए कि वे हिंदू परंपराओं के खिलाफ रहे हैं.
BJP का दावा है कि कांग्रेस का यह कदम जनता से जुड़ाव नहीं बल्कि वोट बैंक की राजनीति है. हालांकि, हिंदू संगठनों ने कांग्रेस की पहल का स्वागत किया है.
भोपाल की हिंदू उत्सव समिति के चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि समाज में सेवा और धर्म से जुड़ाव जरूरी है और अगर कांग्रेस इस दिशा में पहल कर रही है तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए. हिंदू उत्सव समिति ने कांग्रेस को बकायदा पेशकश की है कि उसे यदि गौशाला में सेवा करने के लिए सलाह चाहिए हो तो उनके कार्यकर्ता उसके लिए भी तैयार हैं.