जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा,अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

दुर्जन सिंह
बचेली\दंतेवाड़ा। जिला पंचायत सीईओ श्री जयंत नाहटा ने आज जिला पंचायत सभाकक्ष में विभागीय योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की और अधिकारियों को समयबद्ध लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। बैठक में स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, नरेगा, पंचायत एवं आवास योजनाओं की प्रगति पर विशेष चर्चा हुई।
बैठक की शुरुआत स्वच्छ भारत मिशन से हुई। सीईओ श्री नाहटा ने जिले को शीघ्र ओडीएफ प्लस बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छाग्रही दीदियों को नियमित भुगतान सुनिश्चित किया जाए और स्वच्छता संबंधी कार्यक्रमों का लगातार आयोजन किया जाए। व्यक्तिगत और सामुदायिक शौचालयों की प्रगति पर भी जोर दिया गया। फिकल स्लज मैनेजमेंट के लिए एक एकड़ भूमि चिन्हांकित करने तथा “स्वच्छता ही सेवा” अभियान अंतर्गत विविध कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए।

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की समीक्षा करते हुए सीईओ ने परिवार समावेशन में संतृप्ति तक प्रगति लाने पर बल दिया। उन्होंने सीआरपी की नियुक्ति हेतु हितग्राहियों का चयन शीघ्र पूर्ण करने और महिला स्वसहायता समूहों के बैंक लिंकेज को तेज करने के निर्देश दिए। इसके लिए टॉप और बॉटम समूहों के सदस्यों की कार्यशाला आयोजित करने को कहा गया। महिला उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहयोग में 40 प्रतिशत की वृद्धि करने और बीसी सखी की गतिविधियों को पंचायत स्तर तक प्रचारित करने पर बल दिया गया। इसके अलावा “लखपति दीदी” योजना, कुआकोंडा में सीएमटीसी केंद्र संचालन और पीएमएफएमई योजना के अंतर्गत प्रत्येक जनपद से 20 प्रकरण तैयार कर जिला पंचायत को भेजने पर भी जोर दिया गया।
नरेगा योजनाओं पर चर्चा के दौरान सीईओ ने 15 दिनों के भीतर नए जॉब कार्ड बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कृषि व allied क्षेत्र के अधिक से अधिक कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। साथ ही ग्राम पंचायतों में जलदूत ऐप की जानकारी सार्वजनिक करने, मिशन अमृत सरोवर के जलाशयों में मत्स्य पालन प्रारंभ करने और अपूर्ण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने पर बल दिया। पंचायतों में क्यूआर कोड चस्पा करने और युक्तधारा पोर्टल के माध्यम से आगे की कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए गए।
इसके साथ ही सीईओ ने पंचायत विभाग की समीक्षा में मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के अधूरे कार्यों को समय पर पूर्ण कर रिपोर्ट भेजने की आवश्यकता बताई गई। श्रमवीर पंजी संधारण विशेषकर कुआकोंडा और कटेकल्याण जनपद पंचायतों में सुनिश्चित करने की बात कही गई। अविवादित नामांतरण व बंटवारे की प्रक्रिया ग्राम सभाओं के माध्यम से कर मॉडल पंचायतें बनाने पर भी जोर दिया गया। इसके साथ ही पंचायतों के 16 पंजी संधारण, करारोपण अधिकारी का रोस्टर तैयार करने तथा राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे पंचायतों में अटल व्यावसायिक परिसर हेतु भूमि चिन्हांकन और पंचायत लर्निंग सेंटर निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए सीईओ ने 12 अपूर्ण आवासों को शीघ्र पूर्ण करने और आवास सर्वे का शत-प्रतिशत सत्यापन कराने की आवश्यकता जताई। आवास मित्रों को प्रोत्साहन राशि का नियमित भुगतान सुनिश्चित करने और 2016–23 के आवासों को अंतिम किश्त से पहले एनआरएलएम सीएलएफ से लोन दिलाकर पूर्ण कराने की बात कही। उन्होंने 2024–25 के आवासों में तेजी से प्रगति लाने और 90 दिनों की मजदूरी निकालने के साथ-साथ 2025–26 के अंतर्गत बाढ़ प्रभावित परिवारों को प्रथम किश्त मिलने के बाद शेष कार्यों को गति देने के निर्देश भी दिए।सीईओ श्री जयंत नाहटा ने अधिकारियों से कहा कि सभी योजनाओं में गुणवत्तापूर्ण कार्य हो और जिले के हितग्राही समय पर लाभान्वित हों। उन्होंने स्पष्ट किया कि विभागीय योजनाओं की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी और लक्ष्य पूरा न करने पर जिम्मेदारी तय होगी। उक्त बैठक में उप संचालक पंचायत श्री मिथिलेश किसान, जनपद पंचायत सीईओ, जेपी, ईई (आरईएस), एपीओ, एलडीएम, आरसेटीआई, ईडीएम, पोस्ट बैंक, बीसी (पीएमएवाई), पीओ (नरेगा), बीसी (एसबीएम), बीपीएम (एनआरएलएम), टीए, एसडीओ, सब-इंजीनियर (आरईएस) तथा पीआरपी मौजूद थे।