छत्तीसगढ़

नियद नेल्लानार योजना- पेड़ की छांव में लगा ‘अस्पताल

चिंतलनार-बुरकापाल के ग्रामीणों को निःशुल्क इलाज व आयुष्मान कार्ड की सुविधा

कृष्णा नायक

सुकमा। सुकमा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को जिले के सबसे दुर्गम कोनों तक पहुंचाने की अपनी प्रतिबद्धता को ‘नियद नेल्लानार योजना’ के तहत जिला प्रशासन ने फिर से साबित किया है। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन में, घने जंगलों के बीच बसे कोंटा ब्लॉक के चिंतलनार और बुरकापाल जैसे पहुंचविहीन क्षेत्रों में तीन दिवसीय विशाल स्वास्थ्य शिविर का सफल आयोजन किया गया।

घने जंगलों के बीच पेड़ की छांव में सजे इस शिविर में वह स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचीं, जिनसे यह अंचल अब तक वंचित था। यह शिविर ग्रामीणों के लिए दोहरी सौगात लेकर आया, जहाँ उन्हें तत्काल इलाज की सुविधा मिली।

पेड़ की छांव में सजा ‘अस्पताल’

विकासखंड चिकित्सा अधिकारी कोंटा डॉ. दीपेश चंद्राकर के मार्गदर्शन में 10 से 12 नवंबर तक आयोजित इस शिविर में चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने मोर्चा संभाला। घने जंगलों के बीच, पेड़ की छांव में ही ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गई, उनका उपचार किया गया और आवश्यकता अनुसार निःशुल्क दवाइयों का वितरण किया गया। शिविर में ग्रामीणों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।

स्वास्थ्य के साथ मिला ‘आयुष्मान’ का भरोसा

इस शिविर का एक बड़ा लाभ यह रहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ प्रशासन की टीम ने मौके पर ही 162 ग्रामीणों के नवीन आयुष्मान कार्ड भी बनाए। कुछ ग्रामीणों को आयुष्मान कार्ड का वितरण भी किया गया। ये कार्ड इन ग्रामीणों को भविष्य में गंभीर बीमारियों के लिए भी निःशुल्क उपचार का लाभ प्राप्त करने में मदद करेंगे।

जिला प्रशासन की इस पहल से उन ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है, जो अब तक बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं से दूर थे। ग्रामीणों ने इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के शिविरों से उन्हें अपने स्वास्थ्य की जांच कराने और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने का एक सुनहरा अवसर मिला है।

इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से काको महेंद, मुकेश कुमार बक्शी, संजय सोरी, अशोक बारसे, अर्जुन वेट्टी, अमन पाल तथा अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।

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